मूल्यांकन केन्द्र में प्रवेश एवं शस्त्र प्रतिबंधित

शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय मूल्यांकन केन्द्र में बोर्ड परीक्षा कॉपी जांचने का कार्य चल रहा है। संवेदनशीलता व सुरक्षा को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इस संबंध में बुधवार को धारा 144 भी लागू कर दी गई है। बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन निर्धारित समयावधि में संपन्न कराये जाने एवं मूल्यांकन केन्द्र में अनाधिकृत प्रवेश प्रतिबंध रहेगा। कानून शांति व्यवस्था बनाए रखने यह आदेश दिया गया है। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी संजीव श्रीवास्तव ने शासकीय बालक उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उमरिया की 100 मीटर की चतुर्दिक परिधि अंतर्गत दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 (1) के अंतर्गत निषेधाज्ञा पारित की है जो मूल्यांकन अवधि की मध्य रात्रि तक अर्थात मूल्यांकन कार्य समाप्ति तक लागू रहेगी।

इस दौरान कोई भी व्यक्ति मूल्यांकन केन्द्र शासकीय बालक उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उमरिया के 100 मीटर की चतुर्दिक परिधि अंतर्गत किसी भी प्रकार का अस्त्र-शस्त्र नहीं ले जा सकेगा। कोई भी व्यक्ति मूल्यांकन केन्द्र स्थल तथा उसके 100 मीटर की परिधि के अंदर ईंट, पत्थर, जिनमें उनके टुकडे भी सम्मिलित हैं, संग्रहीत नहीं करेगा, न ही करवाएगा और न ही संग्रहीत कराने का दुष्प्रेरण करेगा। मूल्यांकन केन्द्र स्थल तथा उसके 100 मीटर की परिधि के अंदर ड्यूटी में तैनात कर्मियों के अलावा कोई भी व्यक्ति किसी भी उद्देश्य से समवेत नहीं हो सकेगा। यह आदेश कर्तव्य पर उपस्थित मजिस्ट्रेट, पुलिसबल, सशस्त्र बल तथा परीक्षा कार्य सेवा से जुड़े कर्मचारियों पर लागू नहीं होगा। गोपनीय सामग्री निकलवाने नियुक्त प्रतिनिधि मूल्याकंन के साथ ही कक्षा 9वीं व 11वीं की वार्षिक परीक्षाएं प्रारंभ हो गई हैं।

निर्धारित तिथि में परीक्षा के निर्विघ्न संचालन के लिए प्रत्येक थाने से गोपनीय सामग्री प्रश्न पत्र निकलवाने के लिए कलेक्टर ने प्रतिनिधि नियुक्त किए है, जिनकी उपस्थिति में प्रश्न पत्र निकलवाने की कार्यवाही की जाएगी। उमरिया, नौरोजाबाद, चंदिया, इंदवार, मानपुर तथा पाली थाने से प्रश्न पत्र निकलवाने के लिए चार-चार अधिकारी कर्मचारी प्रतिनिधि नियुक्त किए है, जो परीक्षा दिनांक को संबंधित थाना पुलिस चौकी से प्रश्न पत्र को परीक्षा केन्द्रो के केन्द्राध्यक्ष को समक्ष में प्रदाय कराने उक्त चारो अधिकारी, कर्मचारियो मे एक दूसरे की अनुपस्थिति मे अधिकृत रहेंगे। यह दोनो में आपस में समन्वय कर क्रमिक रूप से एक एक कर्मचारी परीक्षा दिनांक को प्रातः 6.30 बजे संबंधित थानो, पुलिस चौकी में उपस्थित रहकर केन्द्राध्यक्षों को प्रश्न पत्र, गोपनीय सामग्री समक्ष में प्रदाय कराना सुनिश्चित करेंगे।

कक्षा 5वी एवं 8वीं की वार्षिक परीक्षा के सुचारू संचालन हेतु निम्नानुसार:-

सत्र 021 – 22 में कक्षा 5 एवं 8 की वार्षिक परीक्षा के सुधारू संचालन हेतु निम्नानुसार अधिकारियों को उनके नाम के समक्ष अंकित संभाग के जिलों का दायित्व सौंपा जाता है। जिला स्तरीय अधिकारी कक्षा 5 एवं 8 की वार्षिक परीक्षा के संचालन में आने वाली किसी भी कठिनाई के लिए अपने संभाग के प्रभारी से उपरोक्त अंकित दूरभाष नंबर पर तत्काल संपर्क करें। उपरोक्त सारणी में अंकित तकनीकी अधिकारी अपने प्रभार के संभाग अंतर्गत आने वाले जिलों के जिला शिक्षा केन्द्र के प्रोग्रामर प्रभारी एम.आई.एस. के साथ समन्वय कर पोर्टल संबंधी तकनीकी समस्याओं का समाधान करेंगे एवं प्रशासनिक अधिकारी अपने आवंटित संभाग में परीक्षा संचालन से संबंधित संपूर्ण प्रक्रिया की समग्र मॉनिटरिंग कर समय-सीमा में परीक्षा संचालन कराएंगे।

Restricted entry and weapons in the evaluation center
Restricted entry and weapons in the evaluation center

प्रतिलिपि:-

  1. निज सचिव, मान मंत्री, स्कूल शिक्षा विभाग, मंत्रालय, बल्लम भवन, भोपाल।
  2. प्रमुख सचिव, म.प्र.शासन, स्कूल शिक्षा विभाग, मंत्रालय, वल्लभ भवन, भोपाल।
  3. आयुक्त, लोक शिक्षण संचालनालय, गौतम नगर भोपाल।
  4. कलेक्टर एवं जिला मिशन संचालक समस्त जिले म.प्र.।
  5. मुख्यकार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत समस्त जिले म.प्र.
  6. संयुक्त संचालक लोक शिक्षण समस्त सभाग, म.प्र. ।
  7. जिला शिक्षा अधिकारी समस्त जिले म.प्र. को सूचनार्थ एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु।
  8. जिला परियोजना समन्वयक, जिला शिक्षा केन्द्र समस्त जिले मप्र को आवश्यक कार्यवाही हेतु।
  9. सर्व संबंधित की ओर पालनार्थ।
  10. एजुकेशन पोर्टल पर अपलोड करने हेतु।

दस हजार की घूस लेते बीईओ पकड़ाया:-

विकास खंड शिक्षा अधिकारी एवं आहरण सवितरण अधिकारी जीपी अहिरवार को सेवानिवृत शिक्षक से 10 हजार की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त टीम ने रंगेहाथ पकड़ा। वार्ड 9 के शिक्षक राम दयाल मौर्य तारादेही संकुल के प्राइमरी स्कूल में माझा में अध्यापन कार्य में करते थे। लेकिन 30 अप्रैल को अपनी सेवाओ से निवृत हो गए थे जिनका जीपीएफ, अर्जित अवकास की राशि के भुगतान के बदले बीईओ गनपत अहिरवार के द्वारा 10 हजार की रिश्वत मांगी जा रही थी। जिसकी शिकायत 17 फरवरी को राम दयाल मौर्य ने सागर लोकायुक्त के समक्ष की थी। शिकायत की पुष्टि किए जाने के बाद लोकायुक्त की टीम ने बुधवार को एक्सीलेंस स्कूल के अतिरिक्त कक्ष में संचालित विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में दोपहर लगभग 3 बजे पहुंचकर छापामार कार्रवाई करते हुए रामदयाल मौर्य के द्वारा दिए गए रिश्वत के 10 हजार रुपए जीपी अहिरवार के जेब में रखे पर्श में से निकाल कर जब्त किए गए है। लोकायुक्त टीम ने लगभग 4 घंटे तक जब्ती की कार्रवाई की गई। इस दौरान तेंदूखेड़ा पुलिस भी मौजूद रही है।

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