मैट्रिक परीक्षा में लगभग 4 लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे। जबकि इंटर परीक्षा में 3 लाख परीक्षार्थी इस परीक्षा में शामिल होंगे. स्कूली शिक्षा साक्षरता विभाग के निर्देश पर झारखंड एकेडमिक कोरोना महामारी के मद्देनजर वर्ष 2021 में मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं नहीं ले गई थी। विद्यार्थियों को इंटरनल एसेसमेंट के जरिए 9 वीं और ग्यारहवीं परीक्षा के आधार पर प्रमोट किया गया था। लेकिन कोरोना महामारी के कम होते रफ्तार को देखते हुए वर्ष 2022 में मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से ली जा रही है। यह परीक्षाएं 24 मार्च से शुरू होगी। जबकि प्रैक्टिकल की परीक्षा 3 मार्च से 22 मार्च तक होगी। प्रायोगिक परीक्षा और आंतरिक मूल्यांकन का प्राप्तांक जैक की वेबसाइट के माध्यम से 23 मार्च तक अपलोड कर दिया जाएगा।
आइए जानते हैं कि जी सी का एग्जाम कब से होगा शुरू। झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) मैट्रिक और इंटर के परीक्षा 24 मार्च 2022 से शुरू हो रही है। इंटर के परीक्षा 24 मार्च 2022 से शुरू होकर के 25 अप्रैल 2022 तक चलेंगे। इंटर (JAC Board 12th Resulst Date 2022) की दोनों चरण की परीक्षा एक ही बार कराने की फैसला किया गया है जिसमें की सुबह के 2:00(Pm) से 03:35(Pm) तक पहले चरण की परीक्षा होगी वही दूसरे चरण की परीक्षा 03:40(Pm) से दोपहर के 05:20(Pm) तक कराया जाएगा। झारखंड एकेडमिक काउंसिल इस बार अपने बोर्ड परीक्षा का कॉपियों का मूल्यांकन बहुत ही जल्द शुरू कर देगा।
झारखंड एकेडमिक काउंसिल रांची जैक इंटर की दोनों चरण की परीक्षा एक बार में कराने की फैसला की है। इंटर कि पहले चरण की परीक्षा ओएमआर सीट पर होगी वह ओएमआर(OMR) पर हुई परीक्षा का मूल्यांकन किसी शिक्षक के द्वारा नहीं किया जाएगा. ओएमआर शीट पर दी गई हुई परीक्षा का मूल्यांकन मशीन के द्वारा की जाती है,इसलिए अपने ओएमआर शीट पर किसी भी तरह की गलती ना करें और ओएमआर पर अपने आंसर के साथ ही साथ अपना जानकारी में गलती ना करें. दूसरे चरण की परीक्षा का उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन शिक्षकों के द्वारा किया जाएगा। इस बार विद्यार्थियों थोड़ी राहत दी गई है। कॉपियों का मूल्यांकन में इस बार स्टेप मार्किंग भी किया जाएगा।
इंटर का रिजल्ट कब तक हो सकता है जारी:-
झारखंड एकेडमिक काउंसिल रांची इंटर का रिजल्ट जून के पहले सप्ताह तक या जून तक आ सकता है झारखंड एकेडमिक काउंसिल रांची इंटर की परीक्षा का रिजल्ट जून तक में जारी करेगा। कोई भी अगर बीमार पड़ता है तो ये सोच कर दवा खाता है कि वह जांची परखी हुई है और वह उससे ठीक हो जाएगा. लेकिन झारखंड में आयुर्वेदिक दवा, होमियोपैथिक और यूनानी दवाओं की जांच के लिए कोई लैब नहीं है। ऐसे में इनकी दवा खाने से मरीज को कितना फायदा होगा इसकी गारंटी नहीं है। किसी भी बीमारी को दूर करने के लिए जितना जरूरी सही दवाओं का चुनाव करना होता है, उतना की अहम होता है दवाओं की गुणवत्ता का दवाओं के स्टैंडर्ड क्या है इसकी जांच के लिए ड्रग टेस्टिंग लैब की जरूरत होती है।

झारखंड में एलोपैथिक दवाओं की गुणवत्ता जांच के लिए रांची में स्टेट ड्रग्स टेस्टिंग लैब है। यहां दवा दुकान, अस्पताल से दवाओं के रैंडम सैंपल कलेक्शन के लिए औषधि निरीक्षकों की पूरी टीम भी है। लेकिन राज्य में आयुष यानि आयुर्वेदिक, होमियोपैथी और यूनानी दवाओं की गुणवत्ता जांच के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। कह सकते हैं कि बाजार से जो आयुष दवाई लेकर आप खाते हैं वह मानकों के अनुरूप है या नहीं इसकी जांच की कोई भी व्यवस्था अभी तक राज्य में नहीं है।
कोरोना प्रोटोकॉल के तहत व्यवस्था:-
झारखंड में मैट्रिक और इंटर की परीक्षा कोरोना प्रोटोकॉल के तहत ली जाएगी। इस दरम्यान परीक्षा हॉल में परीक्षार्थियों के बीच उचित दूरी की व्यवस्था होगी. सैनिटाइजर और मास्क एडमिट कार्ड के साथ साथ अनिवार्य किया गया है। साफ सफाई के अलावे दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए क्लासरूम में अतिरिक्त व्यवस्था की जाएगी. मिली जानकारी के मुताबिक पिछले परीक्षा की तुलना में इस परीक्षा में परीक्षा केंद्रों की संख्या भी दोगुनी की जा रही है। झारखंड एकेडमी काउंसिल की ओर से परीक्षा केंद्रों का चयन भी कर लिया गया है. परीक्षा कर्मचारियों, नॉन टीचिंग, टीचिंग कर्मचारियों और परीक्षार्थियों के लिए मास्क अनिवार्य किया गया है. परीक्षा केंद्रों में परीक्षार्थियों के लिए पिछले सत्र की तुलना में इस बार कई बदलाव देखने को मिलेंगे।
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