शासकीय स्कूलों में इस बार कक्षा 5वीं और 8वीं की परीक्षाएं बोर्ड पैटर्न पर होगी। इसमें जिला स्तर पर ही प्रश्न पत्र प्रिंट करवा कर स्कूलों में उनका वितरण किया जाएगा। साथ ही मूल्यांकन भी दूसरे स्कूल में वहीं के शिक्षकों से करवाया जाएगा। हालांकि स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से अब इस संबंध में कोई तक इस अधिसूचना जारी नहीं की गई है, लेकिन विभागीय अधिकारियों ने जिला अधिकारियों को इस संबंध में संकेत देते हुए बोर्ड पैटर्न पर परीक्षा की तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। इसी के आधार पर सीहोर में जिला स्तर पर इसकी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। विभागीय सूत्रों के अनुसार जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) स्तर पर प्रश्न पत्र तैयार करने का काम किया जाएगा। प्रश्न पत्रों का प्रारूप राज्य शिक्षा केंद्र की ओर से भेजा जाएगा।
जिसके बाद जिला स्तर पर प्रश्न पत्र छपवाए जाएंगे। साथ ही मूल्यांकन भी दूसरे स्कूल में किया जाएगा। इसको लेकर डाइट में संबंधित शिक्षकों का प्रशिक्षण भी हो चुका है। बोर्ड पैटर्न के तहत मूल्यांकन का कार्य भी निष्पक्ष रूप से कराने के लिए तैयारियां की जा रही हैं। इसलिए संबंधित विद्यार्थियों के स्कूल में मूल्यांकन नहीं करवाया जाएगा। अभी pi6 व्यवस्था की जा रही है कि एक ही संकुल के अंतर्गत आने वाले एक स्कूल का मूल्यांकन उसी संकुल में हो। शिक्षकों का प्रशिक्षण भी हो चुका है। बोर्ड पैटर्न के तहत मूल्यांकन का कार्य भी निष्पक्ष रूप से कराने के लिए तैयारियां की जा रही हैं। इसलिए संबंधित विद्यार्थियों के स्कूल में मूल्यांकन नहीं करवाया जाएगा। अभी व्यवस्था की जा रही है कि एक ही संकुल के अंतर्गत आने वाले एक स्कूल का मूल्यांकन उसी संकुल में हो।
बनाई गई निरीक्षण के लिए टीम :-
दसवी-बारहवी परीक्षा के लिए जेडी व डीईओ ने तीन-तीन टीम बनाई है। जेडी की टीम संभाग स्तर पर निरीक्षण करेगी। पहली टीम संभागीय संयुक्त संचालक राजीव तोमर की होगी। जबकि दूसरी धर्मेंद्र शर्मा, तीसरी कृष्णा परते के सानिध्य में बनाई गई है। वहीं, डीईओ नितिन सक्सेना की जिले में पहली टीम रहेगी। दूसरी टीम कनक प्रसाद, तीसरी एके विजयवर्गीय की रहेगी। संवेदनशील केंद्र भी बनाएं:- वहीं, जिला शिक्षा अधिकारी नितिन सवसेना द्वारा राजधानी के केंद्रों में नकल रोकने के लिए दोनों परीक्षाओं के मुख्य प्रश्न पत्रों के दौरान संवेदनशील व संदेहास्पद केंद्रों पर एक अधिकारी की स्थायी रूप से ड्यूटी लगाई जा रही है। नकल या कोई गड़बड़ी होने पर उक्त अधिकारी द्वारा तत्काल प्रभाव से सूचना देना होगी। भोपाल संभाग में बोर्ड परीक्षाओं में निरीक्षण के लिए तीन दल तैयार कर लिए।

जाने शिक्षा बोर्ड क्यों पहुंच गया हाई कोर्ट:-
MP Board Exam 2022: मध्यप्रदेश में 10वीं और 12वीं बोर्ड के एग्जाम टाले जा सकते हैं, कोरोना के खतरे के बीच बोर्ड को डर लग रहा है कि अभ्यर्थियों और पेरेंट्स के विरोध से एग्जाम बीच में ही रोके जा सकते है।. इसी खतरे को देखते हुए बोर्ड हाईकोर्ट जा पहुंचा, बोर्ड ने याचिका दायर करते हुए तय समय पर ही बोर्ड एग्जाम करवाने की मांग की।
महत्वपूर्ण जानकारियाँ —
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